थाना समाधान दिवस में सिर्फ 5 शिकायतें, भरोसा नहीं जता रहे फरियादी

कालपी (जालौन)। थाना समाधान दिवस का उद्देश्य आम जनता की समस्याओं का समाधान करना होता है, लेकिन शिकायतकर्ताओं का प्रशासन पर से विश्वास घटता जा रहा है। शनिवार को कोतवाली परिसर में इंस्पेक्टर मुहम्मद अशरफ की अध्यक्षता में आयोजित समाधान दिवस में मात्र 5 मामले ही दर्ज हुए, जो यह दर्शाता है कि लोग अपनी शिकायतें लेकर अब थाने आने से बच रहे हैं।
समाधान नहीं, सिर्फ जांच का आश्वासन
समाधान दिवस के दौरान प्रस्तुत अधिकांश शिकायतें राजस्व एवं भूमि विवाद से जुड़ी थीं, लेकिन मौके पर कोई निस्तारण नहीं हो सका। प्रशासन ने पुलिस और राजस्व विभाग की टीमों को भेजने की बात कही, लेकिन फरियादियों को यह भरोसा नहीं कि उनकी समस्याओं का समाधान जल्द होगा।
प्रमुख शिकायतें:
1️⃣ रामकुमार तिवारी ने बताया कि नगर के मोहल्ला करीबुलदा स्थित भीमसेन मंदिर के रास्ते में अवैध कब्जा हो रहा है, लेकिन प्रशासनिक टालमटोल के कारण रास्ता अब तक नहीं खुल पाया।
2️⃣ जियाउद्दीन ने अहमदपुर दिवारा में जमीन विवाद सुलझाने की मांग रखी, लेकिन उन्हें सिर्फ “जांच जारी है” का जवाब मिला।
शिकायतकर्ताओं का घटता विश्वास, कम हो रही शिकायतें
पिछले कुछ महीनों में समाधान दिवस में शिकायतों की संख्या लगातार घट रही है। स्थानीय नागरिकों का कहना है कि अगर पहले दर्ज मामलों का समाधान नहीं हुआ, तो नई शिकायत करने का क्या फायदा?
कार्यक्रम में मौजूद वरिष्ठ उपनिरीक्षक राजेश कुमार सिंह, उपनिरीक्षक बलवान सिंह, सदर लेखपाल दर्शन सिंह, प्रिया सिंह चौहान, बलवीर सिंह, जितेंद्र सिंह, संजय व अन्य अधिकारी सिर्फ कागजी कार्रवाई में ही व्यस्त दिखे।
अब सवाल यह उठता है कि अगर समाधान दिवस पर ही समस्याओं का समाधान नहीं होगा, तो जनता अपनी फरियाद लेकर कहां जाएगी? जब तक प्रशासन जनता का भरोसा नहीं जीतता, तब तक समाधान दिवस महज औपचारिकता ही बना रहेगा।
ब्यूरो रिपोर्ट डेस्क