कालपी में विवाहिता ने फांसी लगाकर की आत्महत्या, मानसिक बीमारी से थी परेशान

कालपी, जालौन। नगर के मोहल्ला हरीगंज में गुरुवार को एक 37 वर्षीय विवाहिता ने अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। महिला की मानसिक स्थिति काफी समय से ठीक नहीं थी, और उसका इलाज कानपुर के एक अस्पताल में चल रहा था। घटना के समय घर पर कोई नहीं था, जिससे वह अकेले में फांसी के फंदे पर झूल गई।
पति ठेला लगाकर करता था गुजारा, घटना के समय था बाजार में
प्राप्त जानकारी के अनुसार, मृतका रुक्मिणी (37) पत्नी राम किशोर राठौर मूल रूप से छत्तीसगढ़ की रहने वाली थी। करीब 14 वर्ष पूर्व राम किशोर उसे विवाह कर अपने साथ कालपी ले आए थे। राम किशोर खोवा मंडी के पास फुटकर मूंगफली बेचने का काम करते हैं और रोज की तरह गुरुवार को भी वे टरननगंज बाजार में ठेला लगाने गए थे। इसी दौरान, दोपहर में घर में अकेली मौजूद रुक्मिणी ने साड़ी का फंदा बनाकर फांसी लगा ली। जब तक मोहल्ले वालों को जानकारी हुई, तब तक उसकी मौत हो चुकी थी।
मानसिक बीमारी से थी परेशान, चल रहा था इलाज
जानकारी के अनुसार, रुक्मिणी पिछले कई वर्षों से मानसिक रूप से अस्वस्थ थी। परिवार के लोग उसका इलाज कानपुर के एक अस्पताल में करा रहे थे, लेकिन उसकी हालत में सुधार नहीं हो रहा था। संभवतः इसी मानसिक तनाव के चलते उसने आत्महत्या कर ली।
पति और बच्चों का रो-रोकर बुरा हाल
रुक्मिणी अपने पीछे 5 वर्षीय पुत्र और 3 वर्षीय पुत्री को छोड़ गई है। मां की अचानक मौत से मासूम बच्चे स्तब्ध हैं, वहीं पति और परिवार के अन्य सदस्यों का रो-रोकर बुरा हाल है।
पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा
घटना की सूचना मिलते ही कोतवाली प्रभारी निरीक्षक मोहम्मद अशरफ और महमूदपुरा चौकी इंचार्ज जितेंद्र चंदेल मौके पर पहुंचे और घटनास्थल का जायजा लिया। पुलिस ने शव को फंदे से नीचे उतारा और पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
इस दर्दनाक घटना ने पूरे मोहल्ले को झकझोर कर रख दिया है। पुलिस मामले की जांच में जुटी है, हालांकि प्रारंभिक जांच में आत्महत्या की वजह मानसिक बीमारी मानी जा रही है।
ब्यूरो रिपोर्ट डेस्क