कालपी: सरस्वती शिशु मंदिर के पुनर्जीवन के लिए अभिभावक सम्मेलन सम्पन्न

कालपी। नगर की प्रमुख शिक्षण संस्था सरस्वती शिशु मंदिर, इंदिरा नगर में रविवार को अभिभावक सम्मेलन का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में अभिभावकों के साथ नगर के गणमान्य नागरिकों ने भाग लिया। सम्मेलन में यह संकल्प लिया गया कि यह ऐतिहासिक शिक्षण संस्था, जो बंद होने की कगार पर पहुंच चुकी है, उसे फिर से जीवंत किया जाएगा और शिक्षा के क्षेत्र में नए आयाम स्थापित किए जाएंगे।
संस्था के पुनरुद्धार का लिया संकल्प
अभिभावक सम्मेलन में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित लोकतंत्र सेनानी रमेश तिवारी ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि सरस्वती शिशु मंदिर नगर की एक पुरानी और प्रतिष्ठित शिक्षण संस्था है। इसे बचाने और फिर से विकसित करने के लिए सभी को एकजुट होकर प्रयास करना होगा। उन्होंने कहा कि शिक्षा का विकास समाज के भविष्य को मजबूत करता है, इसलिए इस संस्था का पुनरुद्धार अत्यंत आवश्यक है।
विद्यालय के प्रबंधक राघवेंद्र सिंह जादौन ने अपने संबोधन में कहा कि उनका प्रयास रहेगा कि समाज और अभिभावकों के सहयोग से विद्यालय को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया जाए। उन्होंने आश्वासन दिया कि विद्यार्थियों के लिए हर संभव बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी।
गणमान्य व्यक्तियों ने दिया सहयोग का आश्वासन
कार्यक्रम में उपस्थित नगर के प्रतिष्ठित व्यक्तियों ने भी अपने विचार व्यक्त किए। सुरेश उपाध्याय, आशुतोष मिश्रा सहित कई वक्ताओं ने विद्यालय के विकास में हर संभव सहयोग देने का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि इस संस्था ने वर्षों तक नगर के विद्यार्थियों को शिक्षा प्रदान की है, और इसे फिर से सशक्त बनाने के लिए सामूहिक प्रयास आवश्यक हैं।
सम्मेलन में उपस्थित प्रमुख लोग
कार्यक्रम में संस्था के अध्यक्ष लल्लूराम गुप्ता, प्रबंधक कोषाध्यक्ष रविंद्र श्रीवास्तव (एड.), प्रधानाचार्य अर्चना द्विवेदी, शिव सिंह राठौर, अरविंद सोनी, सत्य प्रकाश विश्नोई, भारत सिंह यादव, राज कुमार गुप्ता (पतारा), राजेंद्र तिवारी, बाबू सिंह यादव, विनय बड़ेरिया, अनुपम पुरवार, अमरीश अग्रवाल (सभासद), राकेश यादव (सभासद), सचिन त्रिपाठी सहित बड़ी संख्या में अभिभावक व नगरवासी उपस्थित रहे।
विद्यालय के पुनर्विकास के लिए रूपरेखा तैयार
सम्मेलन में विद्यालय के विकास हेतु कई महत्वपूर्ण सुझाव सामने आए। अभिभावकों और नगर के गणमान्य नागरिकों ने विद्यालय को पुनः सशक्त करने के लिए सामूहिक प्रयास करने का निर्णय लिया। विद्यालय प्रबंधन ने जल्द ही आवश्यक संसाधनों की व्यवस्था कर, शिक्षण व्यवस्था को और बेहतर बनाने का संकल्प लिया।
संस्था को नए सिरे से विकसित करने का संकल्प
सम्मेलन में उपस्थित सभी लोगों ने इस संकल्प के साथ कार्यक्रम का समापन किया कि सरस्वती शिशु मंदिर, इंदिरा नगर को न केवल पुनर्जीवित किया जाएगा, बल्कि इसे एक उत्कृष्ट शिक्षण संस्थान के रूप में विकसित किया जाएगा। सभी ने विद्यालय के उत्थान में सहयोग करने का भरोसा दिया, जिससे नगर के बच्चों को एक बार फिर उच्च गुणवत्ता की शिक्षा मिल सकेगी।
ब्यूरो रिपोर्ट डेस्क