तहसील कालपी

बसंत पंचमी पर होगा ब्राह्मण बटुकों का यज्ञोपवीत संस्कार

अखिल भारतीय ब्राह्मण महासभा रा के तत्वावधान में पहली बार आयोजित हो रहा सामूहिक संस्कार

कालपी (जालौन)। नगर के यमुना पुल स्थित श्री बाई जी मंदिर में आगामी 3 फरवरी बसंत पंचमी के शुभ अवसर पर ब्राह्मण बटुकों का यज्ञोपवीत संस्कार आयोजित किया जाएगा। इस महामांगलिक अनुष्ठान का आयोजन अखिल भारतीय ब्राह्मण महासभा रा एवं परशुराम सेना के संयुक्त तत्वावधान में किया जा रहा है। पहली बार आयोजित होने वाले इस संस्कार में लगभग डेढ़ दर्जन ब्राह्मण बटुकों का सामूहिक रूप से उपनयन संस्कार संपन्न कराया जाएगा।

मंडप पूजन के साथ हुआ कार्यक्रम का शुभारंभ

संस्कार कार्यक्रम की तैयारियां जोरों पर हैं। इसी क्रम में गुरुवार को मंदिर प्रांगण में वैदिक विधि-विधान से मंडप पूजन और स्थापना की गई। शुभ मुहूर्त में नौ श्रद्धालु ब्राह्मणों द्वारा मंडप गाड़कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। इस दौरान पूजन-अर्चन और मंत्रोच्चारण से वातावरण भक्तिमय हो गया।

संस्कार की विशेषता और कार्यक्रम की रूपरेखा

यज्ञोपवीत संस्कार को हिंदू धर्म में जीवन का एक महत्वपूर्ण संस्कार माना जाता है, जिसे “उपनयन संस्कार” भी कहा जाता है। यह संस्कार ब्राह्मण बालकों को आध्यात्मिक व वैदिक ज्ञान प्राप्ति की ओर अग्रसर करने का प्रतीक है।

कार्यक्रम के मुख्य बिंदु इस प्रकार हैं—
✔️ सामूहिक यज्ञोपवीत संस्कार: डेढ़ दर्जन ब्राह्मण बटुकों को जनेऊ संस्कार संपन्न कराया जाएगा।
✔️ वैदिक मंत्रोच्चारण: विद्वान पंडितों द्वारा विधि-विधान से संस्कार सम्पन्न होगा।
✔️ संस्कार के बाद प्रवचन व भंडारा: धर्मगुरु समाज को यज्ञोपवीत का महत्व बताएंगे, तत्पश्चात प्रसाद वितरण व भंडारे का आयोजन होगा।

कार्यक्रम में अनेक गणमान्य जनों की उपस्थिति

मंडप पूजन कार्यक्रम के दौरान बड़ी संख्या में श्रद्धालु और ब्राह्मण समाज के गणमान्य लोग उपस्थित रहे। इनमें प्रमुख रूप से—
➡️ जिलाध्यक्ष राजू पाठक
➡️ डॉ. बृजगोपाल द्विवेदी
➡️ ज्ञानेन्द्र मिश्रा
➡️ अवधेश बाजपेई
➡️ मनोज पाण्डेय
➡️ सज्जन त्रिपाठी
➡️ राकेश तिवारी
➡️ धर्मेन्द्र द्विवेदी
➡️ बृजेश द्विवेदी
➡️ अंकित पाठक

धर्मप्रेमियों में उत्साह, नगर में धार्मिक माहौल

यज्ञोपवीत संस्कार को लेकर ब्राह्मण समाज में विशेष उत्साह देखने को मिल रहा है। आयोजन से नगर में धार्मिक और सांस्कृतिक माहौल बना हुआ है। मंदिर प्रांगण में रोजाना तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है, जिससे कार्यक्रम को भव्य और दिव्य बनाया जा सके।

3 फरवरी को होगा मुख्य आयोजन

आयोजकों के अनुसार 3 फरवरी को बसंत पंचमी के दिन मुख्य कार्यक्रम होगा। इस दौरान समस्त ब्राह्मण समाज और श्रद्धालुओं से अधिकाधिक संख्या में पहुंचने की अपील की गई है। आयोजकों ने बताया कि यह संस्कार ब्राह्मण परंपरा और सनातन संस्कृति को मजबूत करने की दिशा में एक ऐतिहासिक पहल है।

ब्यूरो रिपोर्ट : डेस्क

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