नेत्र रोग विशेषज्ञ पर लापरवाही का आरोप, शिकायत करने पर पीड़ित के साथ मारपीट
जान से मारने की धमकी देने का भी आरोप, पीड़ित ने कोतवाली में दी तहरीर

कालपी (जालौन)। नगर के मोहल्ला दमदमा निवासी नासिर पुत्र खालिक ने नेत्र विशेषज्ञ डॉक्टर मनोज कुमार सैनी पर लापरवाहीपूर्वक ऑपरेशन करने का आरोप लगाया है, जिससे उनकी एक आंख की रोशनी पूरी तरह खत्म हो गई। इस मामले की शिकायत करने पर डॉक्टर के परिजनों और उनके समर्थकों ने नासिर के साथ मारपीट की और जान से मारने की धमकी दी। घटना के संबंध में पीड़ित ने कोतवाली कालपी में तहरीर देकर आरोपियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की मांग की है।
क्या है पूरा मामला?
मजदूरी कर अपने परिवार का भरण-पोषण करने वाले नासिर (निवासी मोहल्ला दमदमा) मोतियाबिंद की बीमारी से पीड़ित थे। उन्होंने अपना इलाज कालपी नगर स्थित नारायण नेत्रालय, मोहल्ला आलमपुर में डॉ. मनोज कुमार सैनी से कराया। डॉक्टर ने 3 जुलाई 2024 को कानपुर स्थित अपने निजी अस्पताल ऊषा नेत्रालय में उनका ऑपरेशन किया और अगले दिन डिस्चार्ज कर दिया।
पीड़ित नासिर का आरोप है कि ऑपरेशन में लापरवाही बरती गई, जिससे उनकी एक आंख की रोशनी पूरी तरह चली गई। जब उन्होंने इसकी शिकायत की, तो प्रदीप तिवारी (निवासी मिर्जामंडी) ने उन्हें बातचीत के लिए बुलाया।
शिकायत करने पर पीड़ित से मारपीट, धमकी
गुरुवार सुबह करीब 10:00 बजे नासिर नारायण नेत्रालय पहुंचे, लेकिन डॉक्टर मनोज सैनी वहां मौजूद नहीं थे। उनके भाई अरुण सैनी, अमित सैनी और प्रदीप तिवारी ने उन्हें गालियां दीं और थप्पड़ मारे।
पीड़ित ने तहरीर में आरोप लगाया कि मारपीट करते हुए प्रदीप तिवारी ने उन्हें धमकी दी— “साले बुड्ढे, तेरी उम्र ही कितनी बची है, कब्र में पैर जा चुके हैं और डॉक्टर साहब की शिकायतें करता घूम रहा है।” डॉक्टर के भाइयों ने भी एकराय होकर कहा कि “अगर किसी अधिकारी से शिकायत की तो जान से मरवा देंगे।”
स्थानीय व्यक्ति ने पीड़ित को बचाया
पीड़ित के अनुसार, जब उन पर हमला किया जा रहा था, तभी मोहल्ला महमूदपुरा निवासी राजा वहां से गुजर रहे थे और उन्होंने बीच-बचाव कर किसी तरह उन्हें छुड़ाया।
पीड़ित ने मांगी सुरक्षा, कार्रवाई की मांग
नासिर का कहना है कि उनका पुत्र अब इस दुनिया में नहीं है और उनकी दो अविवाहित बेटियां हैं। घटना के बाद वह और उनका परिवार भयभीत हैं और उन्हें अपनी जान का खतरा है।
उन्होंने कोतवाली पुलिस को लिखित तहरीर देकर आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने और सुरक्षा मुहैया कराने की मांग की है।
पुलिस कर रही मामले की जांच
इस मामले की जांच टरननगंज चौकी इंचार्ज रणधीर सिंह कर रहे हैं, उन्होंने बताया कि मामला मारपीट का नहीं है, इलाज के कारण यदि आंख की रोशनी गयी है तो पीड़ित को उपभोक्ता फोरम में जाकर शिकायत करनी चाहिए, फिलहाल मामले की जांच की जा रही है।
अब देखना यह होगा कि पुलिस इस मामले में क्या कदम उठाती है और क्या पीड़ित को न्याय मिल पाता है या नहीं।
ब्यूरो रिपोर्ट : डेस्क