आईपीएल सट्टे का जाल फैलता जा रहा, कोतवाली कालपी के क्षेत्र में दो सिविल ड्रेसधारी कर रहे वसूली – पुलिस पर सवाल

कालपी (जालौन) आईपीएल सीजन आते ही जुए और सट्टेबाजी का अवैध धंधा एक बार फिर से परवान चढ़ने लगा है। कालपी नगर सहित आस-पास के ग्रामीण क्षेत्रों में सटोरियों का बोलबाला तेजी से बढ़ रहा है। खासकर शाम ढलते ही मोबाइल एप्स और व्हाट्सएप ग्रुप्स के जरिए लाखों रुपये का काला खेल खेला जा रहा है।
मंगलवार, 23 अप्रैल को दो संदिग्ध व्यक्ति सिविल ड्रेस में ग्राम मंगरौल में घूमते नजर आए। सूत्रों के अनुसार ये दोनों व्यक्ति खुद को कोतवाली कालपी से जुड़ा बताकर सटोरियों से वसूली करते देखे गए।
स्थानीय निवासियों का कहना है कि इन दोनों ‘जयचंदों’ की भूमिका संदिग्ध है, क्योंकि ये अक्सर सट्टा संचालित करने वालों से मेल-जोल बनाकर खुलेआम रकम वसूलते हैं। सूत्रों के अनुसार यह रकम ‘हफ्ता’ के नाम पर ली जाती है ताकि पुलिसिया कार्रवाई से सटोरियों को बचाया जा सके।
पुलिस का पक्ष
इस पूरे मामले पर पुलिस का कहना है कि – “यदि कोई भी पुलिसकर्मी या बाहरी व्यक्ति वर्दी का दुरुपयोग कर इस तरह की गतिविधि में संलिप्त पाया गया, तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। हम नागरिकों से अपील करते हैं कि वे इस प्रकार की जानकारी तुरंत पुलिस को दें, ताकि सट्टेबाजी जैसे अपराधों पर रोक लगाई जा सके।”
यह मामला केवल सट्टे की समस्या तक सीमित नहीं, बल्कि पुलिस प्रशासन की निष्पक्षता और पारदर्शिता पर भी सवाल खड़े करता है। यदि वर्दीधारी या उनके सहयोगी ही इस अवैध धंधे को बढ़ावा देने में लगे हैं, तो यह समाज के लिए अत्यंत चिंताजनक है।
रिपोर्ट – डेस्क