कालपी: वन विभाग की वर्दी के दुरुपयोग का मामला तूल पकड़ा, विभागीय कर्मी हिरासत में

वन विभाग की वर्दी बेचने के आरोप में जांच तेज, आरोपी वनकर्मी से पूछताछ जारी
कालपी। वन विभाग की वर्दी के दुरुपयोग का मामला अब और गहराता जा रहा है। ताजा जांच में एक वनकर्मी की भूमिका भी संदेह के घेरे में आई है, जिसे पुलिस ने हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। मामले की विभागीय जांच भी चल रही है, जिसमें दोषी पाए जाने पर संबंधित कर्मचारी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो से खुला मामला
बीते दिनों सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें एक युवक वन विभाग की वर्दी पहनकर जोल्हूपुर में घूमता दिखा। वीडियो सामने आने के बाद वन विभाग सतर्क हुआ और युवक की पहचान कर उसे पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया।
वन दरोगा मन्ना सिंह की तहरीर पर युवक अशोक कुमार पुत्र कालीचरन निवासी जोल्हूपुर के खिलाफ भारतीय वन अधिनियम (बीएनएस) की धारा 204 व 205 के तहत मामला दर्ज किया गया था। हालांकि, उसे बाद में मुचलके पर रिहा कर दिया गया।
15 हजार रुपये में खरीदी थी वर्दी, वनकर्मी पर शक की सुई
पुलिस जांच में बड़ा खुलासा हुआ, जब आरोपी युवक ने पूछताछ में बताया कि उसने यह वर्दी वन विभाग के ही एक कर्मचारी से 15 हजार रुपये में खरीदी थी। इस दावे को लेकर युवक ने कोतवाली पुलिस को एक शिकायती पत्र भी सौंपा, जिसमें उसने विभागीय कर्मी को इस मामले में जिम्मेदार ठहराया।
वनकर्मी हिरासत में, विभागीय जांच जारी
इस खुलासे के बाद पुलिस ने बुधवार को संदिग्ध वनकर्मी को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। वहीं, रेंजर संजय कुमार यादव ने बताया कि विभागीय स्तर पर भी इस कर्मचारी की भूमिका की जांच की जा रही है। यदि वह इस अपराध में संलिप्त पाया जाता है, तो उसके खिलाफ सख्त विभागीय कार्रवाई की जाएगी।
मामले ने तूल पकड़ा, विभाग की साख पर सवाल
यह मामला सामने आने के बाद वन विभाग की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठने लगे हैं। विभाग इस प्रकरण को लेकर गंभीर रुख अपनाए हुए है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की तैयारी कर रहा है। पुलिस भी सभी पहलुओं की गहनता से जांच कर रही है, ताकि मामले की पूरी सच्चाई सामने आ सके।
ब्यूरो रिपोर्ट डेस्क