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अपना दल (एस) की बैठक में ओबीसी के लिए 27 प्रतिशत आरक्षण की मांग उठी

भोपाल, 31 मार्च: अपना दल (एस) की मध्य प्रदेश इकाई ने हाल ही में इंदौर में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की। राष्ट्रीय समिति के निर्देशानुसार हुई इस बैठक की अध्यक्षता राजनीतिक रणनीतिकार डॉ. अतुल मलिकराम ने की। इस दौरान राष्ट्रीय महासचिव युवा मंच डॉ. अखिलेश पटेल भी विशेष रूप से मौजूद रहे। बैठक में प्रदेशभर के जिलाध्यक्षों और प्रदेश पदाधिकारियों ने भाग लिया।

बैठक में मुख्य रूप से ओबीसी वर्ग के लिए 27 प्रतिशत आरक्षण की प्रभावी रूप से लागू करने की मांग उठाई गई। राष्ट्रीय महासचिव डॉ. अखिलेश पटेल ने कहा, “सरकारी नौकरियों और शैक्षणिक संस्थानों में ओबीसी के लिए आरक्षण को सख्ती से लागू किया जाना चाहिए। यह समाज के पिछड़े वर्गों को सशक्त बनाने और उन्हें समान अवसर प्रदान करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम होगा।”

निजी क्षेत्र में भी आरक्षण की मांग

डॉ. अखिलेश पटेल ने निजी क्षेत्र की चौथी श्रेणी की नौकरियों में भी 27 प्रतिशत आरक्षण लागू करने की मांग की। उन्होंने कहा कि वर्तमान में इन नौकरियों में अक्सर आउटसोर्सिंग के माध्यम से भर्ती की जाती है, जिससे आरक्षण का लाभ ओबीसी वर्ग को नहीं मिल पाता। उन्होंने सरकार से अपील की कि “ओबीसी वर्ग के अधिकारों की रक्षा के लिए ठोस कदम उठाए जाएं और निजी क्षेत्र में भी आरक्षण की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।”

अपना दल (एस) की प्रदेश में सक्रियता

बैठक में पार्टी के प्रदेश पदाधिकारियों ने संगठन की मजबूती पर भी चर्चा की। पार्टी ने स्पष्ट किया कि मध्य प्रदेश में उनकी सक्रियता बनी हुई है और यह बैठक उन अटकलों को खारिज करती है, जिसमें कहा जा रहा था कि प्रदेश में पार्टी निष्क्रिय हो गई है।

उत्तर प्रदेश का तीसरा सबसे बड़ा राजनीतिक दल अपना दल (एस) मध्य प्रदेश में भी अपनी जड़ें मजबूत कर रहा है। इस बैठक के माध्यम से पार्टी ने अपने राजनीतिक एजेंडे को और मजबूती दी है।

अनुप्रिया पटेल की भूमिका

अपना दल (एस) की राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल ओबीसी आरक्षण और सामाजिक समरसता की मुखर समर्थक रही हैं। पार्टी ने राष्ट्रीय और क्षेत्रीय स्तर पर ओबीसी से जुड़े मुद्दों को जोरदार ढंग से उठाया है और वंचित वर्गों की आवाज़ को बुलंद करने का कार्य किया है।

राजनीतिक रणनीति और भविष्य की दिशा

बैठक में आगामी चुनावों को लेकर भी रणनीतिक चर्चा की गई। प्रदेशभर में पार्टी की पकड़ मजबूत करने के लिए विभिन्न योजनाओं पर मंथन किया गया। पदाधिकारियों ने तय किया कि जमीनी स्तर पर पार्टी के कार्यों को और प्रभावी बनाया जाएगा ताकि समाज के हर वर्ग तक पार्टी की विचारधारा और नीतियां पहुंच सकें।

इस बैठक से स्पष्ट संकेत मिलता है कि अपना दल (एस) मध्य प्रदेश में अपनी उपस्थिति को और मजबूती देने के लिए प्रतिबद्ध है और सामाजिक न्याय की लड़ाई में अपनी सक्रिय भूमिका निभाता रहेगा।

ब्यूरो रिपोर्ट डेस्क

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