बालकदास बने श्री महंत, नरसिंह टीला मन्दिर के विकास का लिया संकल्प
कुंभ मेले में हुआ श्री महंती प्रदान करने का अनुष्ठान

कालपी, जालौन। कानपुर देहात के मूल निवासी बालकदास को कुंभ मेले के दौरान विधिवत रूप से श्री महंत की उपाधि प्रदान की गई। यह पवित्र अनुष्ठान 6 फरवरी 2025 को संपन्न हुआ, जिसमें तीन दर्जन से अधिक महंतों और मंडलेश्वरों ने सहभागिता की।
महंतों और मंडलेश्वरों ने प्रदान की श्री महंती
इस भव्य आयोजन में मंडलेश्वर राम कैलाश दास, रामकरन दास गौरियापुर, जनार्दन दास त्यागी, अमर दास, घनश्याम दास, ब्रजबिहारी दास सहित अन्य प्रमुख संतों ने बालकदास को श्री महंत की उपाधि विधिवत रूप से प्रदान की।
इस दौरान संत समाज ने बालकदास की तपस्या, समर्पण और आध्यात्मिक सेवाओं की भूरि-भूरि प्रशंसा की।
कालपी पहुँचने पर भव्य स्वागत
श्री महंत बनने के बाद जब बालकदास कालपी पहुँचे, तो नरसिंह टीला मंदिर परिसर में उनका भव्य स्वागत किया गया।
भक्तों और श्रद्धालुओं ने फूल-मालाओं से उनका अभिनंदन किया और उनकी श्री महंती प्राप्ति पर हर्ष व्यक्त किया।
नरसिंह टीला मंदिर के जीर्णोद्धार का लिया संकल्प
मंदिर परिसर में भक्तों को संबोधित करते हुए बालकदास ने कहा,
“नरसिंह टीला की ऐतिहासिक और धार्मिक महत्ता को बनाए रखना हमारा परम कर्तव्य है। भक्तों की सुविधा के लिए मंदिर परिसर का विकास किया जाएगा और सेवा कार्यों को बढ़ाया जाएगा।”
श्रद्धालुओं में हर्ष, मंदिर के विकास की उम्मीद
बालकदास के श्री महंत बनने से श्रद्धालुओं और अनुयायियों में हर्ष का माहौल है।
मंदिर से जुड़े भक्तों का मानना है कि उनके नेतृत्व में नरसिंह टीला का आध्यात्मिक और भौतिक विकास होगा।
अब सभी की निगाहें इस ओर हैं कि बालकदास अपने संकल्प को कैसे साकार करते हैं और नरसिंह टीला मंदिर को एक नए आध्यात्मिक केंद्र के रूप में विकसित करते हैं।
ब्यूरो रिपोर्ट डेस्क