शादी समारोहों में देर रात तक बज रहा DJ, बोर्ड परीक्षा के छात्रों की पढ़ाई पर संकट : नगर में प्रशासन की अनदेखी, आमजन परेशान

कालपी (जालौन) नगर में इन दिनों शादी-विवाह का सीजन अपने चरम पर है, लेकिन इसके साथ ही बढ़ती अव्यवस्थाएं भी लोगों के लिए सिरदर्द बनती जा रही हैं। शहर के विभिन्न हिस्सों में स्थित आधा दर्जन से अधिक गेस्ट हाउसों में हर रात DJ की तेज ध्वनि गूंजती रहती है, जिससे स्थानीय निवासियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। सबसे अधिक दिक्कत उन छात्र-छात्राओं को हो रही है जो इस समय हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की बोर्ड परीक्षाओं की तैयारी में जुटे हैं।
रात 12 बजे के बाद तक बजता रहता है DJ, प्रशासन मौन
नगर में मौजूद अधिकांश गेस्ट हाउस घनी आबादी के बीच या फिर रिहायशी इलाकों से सटे हुए हैं। यहां रात 12 बजे के बाद तक DJ बजाने का सिलसिला आम हो चुका है। तेज़ आवाज़ और कानफोड़ू संगीत के कारण न सिर्फ आम लोग परेशान हैं, बल्कि परीक्षा की तैयारी कर रहे छात्र-छात्राओं की पढ़ाई भी बाधित हो रही है। कई छात्र और उनके अभिभावकों का कहना है कि तेज़ शोर के कारण न तो वे पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित कर पा रहे हैं और न ही ठीक से सो पा रहे हैं।
पुलिस प्रशासन की अनदेखी
नगरवासियों आशू, आयुष, आदित्य, पुष्पेंद्र, हर्षित, संजीव, राजू आदि का कहना है कि ऐसा नहीं है कि पुलिस और प्रशासन इस संबंध में बेखबर हों, पुलिस प्रशासन सब कुछ जानकर भी अनजान बना हुआ है और अभी तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। स्थानीय लोगों का आरोप है कि गेस्ट हाउस संचालकों को पुलिस का संरक्षण प्राप्त है, जिसके चलते वे नियमों की धज्जियां उड़ा रहे हैं। ध्वनि प्रदूषण नियंत्रण कानून के अनुसार रात 10 बजे के बाद तेज आवाज में DJ बजाना प्रतिबंधित है, लेकिन नगर में इस नियम का खुलेआम उल्लंघन किया जा रहा है।
छात्र-छात्राओं का भविष्य दांव पर
परीक्षा की तैयारी कर रहे कई छात्रों का कहना है कि वे रात में DJ के तेज शोर के कारण सही ढंग से पढ़ाई नहीं कर पा रहे हैं। जब नींद पूरी नहीं होती तो अगली सुबह उनकी एकाग्रता प्रभावित होती है, जिससे परीक्षा में अच्छा प्रदर्शन करना मुश्किल हो जाता है। कई अभिभावकों ने भी इस स्थिति पर चिंता जाहिर की है।
प्रशासन की नाकामी, कब जागेगा सिस्टम?
इस पूरे मामले में पुलिस और प्रशासन की निष्क्रियता पर सवाल उठ रहे हैं। यदि समय रहते कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई, तो आने वाले दिनों में स्थिति और बिगड़ सकती है। क्या प्रशासन को किसी बड़ी घटना या जनआक्रोश का इंतजार है? सवाल यह भी उठता है कि जब सरकार और न्यायालय ध्वनि प्रदूषण के खिलाफ सख्त कानून बना चुके हैं, तो फिर इनका पालन क्यों नहीं किया जा रहा?
स्थानीय लोग बोले – सख्त कार्रवाई हो
नगर के कई जागरूक नागरिकों और सामाजिक संगठनों ने प्रशासन से मांग की है कि रात 10 बजे के बाद DJ बजाने पर पूरी तरह प्रतिबंध लगाया जाए और नियमों का उल्लंघन करने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाए। वरना आने वाले समय में छात्रों के भविष्य और आम लोगों की शांति दोनों ही खतरे में पड़ सकती हैं।
अब देखने वाली बात यह होगी कि पुलिस प्रशासन इस ओर कब तक ध्यान देता है, या फिर लोगों को इसी तरह परेशानी झेलनी पड़ेगी।
ब्यूरो रिपोर्ट डेस्क