तहसील कालपी

कालपी को मिलेगी आधा सैकड़ा आंगनबाड़ी केंद्रों की सौगात, शासन को भेजा गया प्रस्ताव

विधायक विनोद चतुर्वेदी की पहल से तेज हुई प्रक्रिया, मंजूरी मिलते ही होगा निर्माण कार्य शुरू

कालपी (जालौन): बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग की अनदेखी के कारण अब तक कालपी नगर में एक भी आंगनबाड़ी केंद्र नहीं था, जिससे बच्चों और नौनिहालों को पोषण, शिक्षा और स्वास्थ्य संबंधी सुविधाओं से वंचित रहना पड़ता था। लेकिन अब इस दिशा में बड़ी पहल हुई है। क्षेत्रीय विधायक विनोद चतुर्वेदी के प्रयासों से कालपी नगर में 50 आंगनबाड़ी केंद्रों की स्थापना के लिए प्रस्ताव तैयार कर शासन को भेज दिया गया है। जिला कार्यक्रम अधिकारी इफ्तेकारउद्दीन ने इस संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि जैसे ही भारत सरकार से मंजूरी मिलेगी, नगर में आंगनबाड़ी केंद्रों के निर्माण की प्रक्रिया तेज कर दी जाएगी।

कालपी में अब तक क्यों नहीं थे आंगनबाड़ी केंद्र?

गौरतलब है कि आबादी के हिसाब से उरई नगर में 179 आंगनबाड़ी केंद्र संचालित हो रहे हैं, लेकिन कालपी नगर इस सुविधा से पूरी तरह वंचित रहा है। बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग की अनदेखी और लापरवाही के कारण यहां अब तक एक भी केंद्र स्थापित नहीं किया गया था। इस वजह से छोटे बच्चों को पोषण, प्रारंभिक शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं से वंचित रहना पड़ा।

इस समस्या को विधायक विनोद चतुर्वेदी ने गंभीरता से उठाया और सरकार से कालपी नगर में आंगनबाड़ी केंद्रों की स्थापना की मांग की। उनके प्रयासों के बाद शासन ने इस दिशा में कदम बढ़ाया और अब 50 आंगनबाड़ी केंद्रों की स्थापना का प्रस्ताव शासन को भेज दिया गया है।

समाजसेवियों और जनप्रतिनिधियों की मांग पर आई तेजी

कालपी नगर में आंगनबाड़ी केंद्रों की कमी को लेकर नगर विकास समिति के अध्यक्ष अशोक वाजपेई और अन्य समाजसेवियों ने भी आवाज उठाई थी। जब प्रदेश की बाल विकास एवं पुष्टाहार मंत्री प्रतिभा शुक्ला कालपी के दौरे पर आई थीं, तब समिति के सदस्यों ने कालपी में आंगनबाड़ी केंद्रों की मांग को प्रमुखता से रखा। इसके बाद प्रशासन ने इस पर तेजी से काम करना शुरू कर दिया।

नगर के 25 वार्डों में बनेंगे आंगनबाड़ी केंद्र

जिला कार्यक्रम अधिकारी इफ्तेकारउद्दीन ने बताया कि नगर के 25 वार्डों में आंगनबाड़ी केंद्र स्थापित करने के लिए प्रस्ताव भेजा गया है। यदि सरकार से मंजूरी मिल जाती है, तो जल्द ही इन केंद्रों का निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा। विभागीय नियमों के अनुसार प्रत्येक 1,000 की आबादी पर एक आंगनबाड़ी केंद्र स्थापित किया जाएगा।

अगर यह योजना सफल होती है, तो कालपी नगर के बच्चों को पोषण और शिक्षा की बेहतर सुविधाएं मिलेंगी। अब सभी की नजर शासन से आने वाले निर्णय पर टिकी है। जैसे ही मंजूरी मिलेगी, नगर में आंगनबाड़ी केंद्रों के निर्माण की प्रक्रिया को तेजी से पूरा किया जाएगा।

यह पहल न सिर्फ नगर के बच्चों के लिए लाभकारी होगी, बल्कि बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग के तहत सरकारी योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन को भी सुनिश्चित करेगी।

ब्यूरो रिपोर्ट : डेस्क

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